नीतीश ने छोड़ा साथ, पवार से छिनी 'पावर'... INDIA गठबंधन को 10 दिन में लगे 5 बड़े झटके
लोकसभा चुनाव में कुछ ही महीने का समय बचा है. बीजेपी हैट्रिक की तैयारी में है. वहीं विपक्षी पार्टियां INDIA गठबंधन कर बीजेपी के विजय रथ को रोकने की कवायद कर रही हैं, लेकिन जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे विपक्षी गठबंधन को झटके पर झटके लगते जा रहे है. मंगलवार को ही INDIA गठबंधन को दो बड़े झटके लगे. एक तरफ चुनाव आयोग ने अजित गुट को ही असली एनसीपी करार दे दिया तो वहीं यूपी में सपा-आरएलडी गठबंधन टूटने की चर्चाएं तेज हैं.
इस तरह से पिछले 10 दिन में पांच बड़े झटके विपक्ष को लग चुके हैं. महाराष्ट्र, बिहार, यूपी, बंगाल और झारखंड में INDIA गठबंधन को जबरदस्त झटके लगे हैं. वहीं इससे बीजेपी को बड़ा फायदा होता दिख रहा है. कारण, इन सभी पांच राज्यों में 200 से ज्यादा लोकसभा सीटें हैं और पिछले 10 दिनों में हुए बड़े फेरबदल ने INDIA गठबंधन के पूरे गणित को बिगाड़कर रख दिया है. इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिलना तय माना जा रहा.
इन 5 बड़े झटकों से 200 से अधिक सीटों पर पड़ेगा असर
पहला झटका: ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने ऐलान किया. इसका सीधा असर बंगाल की 42 सीटों पर पड़ता है.
दूसरा झटका: नीतीश कुमार ने बिहार में आरजेडी से गठबंधन कर बीजेपी संग सरकार बना ली. इसका सीधा असर 40 लोकसभा सीटों पर सीधा असर पड़ता है.
तीसरा झटका: झारखंड में भ्रष्टाचार के आरोप में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी. JMM की गठबंधन की सरकार तो बच गई है, लेकिन 14 सीटों पर इसका असर पड़ना तय है.
चौथा झटका: महाराष्ट्र में चुनाव आयोग ने अजित पावर गुट को असली एनसीपी बताया है. इसका सीधा असर 48 लोकसभा सीटों पर पड़ेगा.
पांचवां झटका: यूपी में अखिलेश और कांग्रेस के साथ गठबंधन में शामिल जयंत चौधरी बीजेपी के साथ जा सकते हैं. अगर ऐसा होता है तो इसका असर सीधे 80 सीटों पर पड़ेगा.
बंगाल में अकेली चुनाव लड़ेंगी ममता
कुछ दिनों पहले ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख ममता बनर्जी ने एकला चलो का नारा दिया था. ममता बनर्जी ने 24 जनवरी को ऐलान कर दिया कि टीएमसी लोकसभा चुनाव में अकेले ही चुनाव मैदान में उतरेगी. ममता ने INDIA की बैठक में कांग्रेस को सिर्फ 2 सीटें बरहामपुर और मालदा दक्षिण देने की बात कही थी, जबकि कांग्रेस 11 से 12 सीटें मांग रही थी. इस पर जब बात नहीं बनी तो बंगाल सीएम ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. ऐसे में प्रदेश में विपक्षी गठबंधन को सबसे पहला झटका लगा.
बिहार में नीतीश कुमार ने दिया झटका
नीतीश कुमार ने लालू यादव की पार्टी आरजेडी से गठबंधन तोड़कर बिहार में बड़ा उलटफेर कर दिया. उन्होंने एक बार फिर बीजेपी के साथ गठबंधन किया और नौवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके इस कदम से INDIA गठबंधन को बड़ा झटका लगा है. कारण, एक तरफ माना जा रहा था कि नीतीश कुमार विपक्षी गठबंधन में संयोजक की भूमिका निभाएंगे, लेकिन उन्होंने इस INDIA को बड़ा झटका देकर एनडीए के साथ गठबंधन कर लिया. इसके साथ ही बिहार में विपक्षी गठबंधन का लोकसभा चुनाव का गणित पूरी तरह बदल गया है. वहीं अब आरजेडी और कांग्रेस के बीच गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर पेच फंस सकता है.
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी से बिगड़ा झारखंड का गणित!
हेमंत सोरेन को कुछ दिनों पहले ही ईडी ने घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी से पहले उन्हें इस्तीफा भी देना पड़ा और पार्टी की कमान चंपई सोरेन की सौंपी गई. वैसे तो झारखंड मुक्ति मोर्चा ने गठबंधन की सरकार बहुमत साबित करके बचा ली, लेकिन इसका असर लोकसभा चुनावों में दिखना तय है. कारण, प्रदेश की 14 सीटों का रणनीतिकार यानी हेमंत सोरेन अब सलाखों के पीछे हैं. प्रदेश में लोकसभा चुनावों को लेकर INDIA गठबंधन का पूरा गणित बिगड़ सकता है और इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिल सकता है.
पवार की छिनी पावर, भतीजे की हुई NCP
चुनाव आयोग ने अजित गुट को ही असली एनसीपी करार दिया है. चुनाव आयोग ने कहा कि तमाम सबूतों के मद्देनजर ये फैसला लिया गया है. चुनाव आयोग का कहना है कि अजित पवार गुट को एनसीपी का नाम और चुनाव चिह्न इस्तेमाल करने का अधिकार है. इससे INDIA गठबंधन को भी झटका लगा है. कारण, शरद पवार विपक्षी गठबंधन में शामिल हैं. ऐसे में पार्टी हाथ से निकलना गठबंधन की पकड़ महाराष्ट्र की तमाम सीटों पर कमजोर करता है.
यूपी में गठबंधन पर छाए संकट के बादल
उत्तर प्रदेश में 2018 से गठबंधन में शामिल सपा-आरएलडी की राह अब जुदा हो सकती है. कारण, आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी बीजेपी के साथ गठबंधन कर सकते हैं. सूत्रों की मानें तो जयंत की मुलाकात बीजेपी के नेताओं से हुई है और बीजेपी ने आरएलडी को चार सीटों का ऑफर दिया है. हालांकि इसको लेकर अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई. वहीं अगर जयंत बीजेपी के साथ जाते हैं तो ये सपा के साथ-साथ INDIA गठबंधन के लिए भी बड़ा झटका होगा. उधर, इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश ने कांग्रेस को 11 सीटें देने का प्रस्ताव दिया है. सपा-कांग्रेस में भी सीट बंटवारे को लेकर पेंच फंस सकता है.
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