IND versus ENG: काली पट्टी बांधकर उतरे टीम इंडिया के खिलाड़ी, फटकार पड़ने के बाद BCCI ने सुधारी गलती

राजकोट में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन टीम इंडिया के खिलाड़ी हाथों पर काली पट्टी बांधकर उतरे. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इसकी जानकारी दी. टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने पूर्व भारतीय कप्तान और देश के सबसे उम्रदराज टेस्ट क्रिकेटर दत्ताजीराव गायकवाड़ की याद में काली पट्टी बांधी, जिनका मंगलवार 13 फरवरी को निधन हो गया था. दत्ताजीराव 95 साल के थे. इससे पहले बीसीसीआई और टीम इंडिया मैनेजमेंट की आलोचना हुई थी कि उन्होंने दत्ताजीराव के निधन के बाद काली पट्टी क्यों नहीं बांधी, जबकि मैच गुरुवार से शुरू हुआ था. अब BCCI ने अपनी गलती सुधारी है.
दत्ताजीराव गायकवाड़ पिछले काफी वक्त से उम्र से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे थे और फिर मंगलवार को बड़ौदा अस्पताल में 95 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था. गायकवाड़ का टेस्ट करियर ज्यादा असरदार नहीं था और उन्होंने 1952 से 1961 के बीच 11 टेस्ट मैच खेले, जिसमें सिर्फ 350 रन उनके बल्ले से निकले. हालांकि, 1959 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया की कप्तानी की थी. सिर्फ इतना ही नहीं, उनके बेटे अंशुमान गायकवाड़ ने भी टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया और 40 टेस्ट मैच खेले.

BCCI ने सुधारी गलती
अपने निधन के वक्त दत्ताजीराव गायकवाड़ भारत के सबसे उम्रदराज टेस्ट क्रिकेटर थे. उनके निधन के बाद जब टीम इंडिया राजकोट टेस्ट में उतरी, तो खिलाड़ियों के हाथों में काली पट्टी नहीं बंधी थी, जैसा कि अक्सर किसी पूर्व क्रिकेटर के निधन पर होता है. ऐसे में इस पर सोशल मीडिया में सवाल उठे थे. फिर BCCI ने अपनी गलती को सुधारा और तीसरे दिन फील्डिंग के लिए उतरी टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने काले रंग का आर्मबैंड बांधा हुआ था.

टेस्ट का अब तक का हाल
मैच की जहां तक बात है तो पहली पारी में 445 रन का दमदार स्कोर खड़ा करने के बाद भारतीय टीम गेंदबाजी के दौरान बैकफुट पर आ गई. इंग्लैंड के ओपनर बेन डकेट ने धुआंधार बैटिंग करते हुए एक यादगार शतक जड़ दिया. उनके शतक के दम पर दूसरे दिन इंग्लैंड ने सिर्फ 2 विकेट खोकर तेजी से 202 रन बना लिए थे. अगर ये काफी नहीं था तो टीम इंडिया पर एक और आफत टूट पड़ी क्योंकि स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अचानक फैमिली एमरजेंसी के कारण टीम से नाम वापस ले लिया और परिवार के पास चेन्नई चले गए. ऐसे में टीम इंडिया को अब इस मैच में सिर्फ 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना होगा.